उद्देश्यपूर्ण है लघु फिल्म ‘ऐसा भी होता है’
– हरीश चन्द्र सन्सी
प्रतीक मेहता लिखित व नौशाद एच.एल. निर्देशित लघु फिल्म ‘ऐसा भी होता है’ में
दिखाया गया है कि संसार में अभी भी अच्छे लोग हैं।निर्माता मनीष मेहता की एम फिल्म्स द्वारा पेश इस फिल्म कहानी अहमदाबाद में हुई एक सच्ची घटना पर आधारित है। इससे साबित होता है कि सच्चा दोस्त ही समय पर काम आता है ओर सही रूप में प्रयोग करने पर सोशल मीडिया एक फैंटेस्टिक माध्यम है।
ओम के पिता का लिवर का आपरेशन होना था। इसके लिए 15 लाख रुपए कि आवश्यकता थी जबकि 5 लाख रुपए ही अस्पताल में जमा
हो पाए थे। वादा करने वाले चाचा से 10 लाख रुपए मांगे तो उन्होंने बहाना बना कर मना कर दिया। अब ओम क्या करे? पत्नी के गहने आदि बेच कर भी उसे केवल 5 लाख रुपए ही मिल पाए थे। ओम के सामने यक्ष प्रश्न यह कि बाकी के 5 लाख रुपए की व्यवस्था कैसे की जाए? ओम के मित्र शर्विल ने उसकी समस्या को सुना, समझा और फेसबुक पर अपने मित्रों के साथ उसे साझा किया।
सभी जानते हैं कि अज्ञात मित्रों में अविश्वास के वातावरण के चलते सोशल मीडिया पर कौन किसकी सहायता करता है? फिर भी बंगलौर में रहने वाली, ओम की फेसबुक मित्र प्रिया उस संदेश को जब पढ़ लेती है। प्रिया पहले कभी ओम से मिली नहीं थी
फिर भी वह उसकी सहायता करने के लिए बंगलौर से अहमदाबाद पहुंच जाती है। वह आनलाइन बैंकिंग सेओम के खाते में तत्काल वांछित राशि ट्रांसफर कर देती है। इस घटना ने मनीष मेहता को उद्वेलित कर दिया। और परिणामस्वरूप नौशाद के निर्देशन में यह लघु फिल्म सामने आ सकी। उल्लेखनीय है कि ओम कुमार की मुख्य भूमिका करने वाले कलाकार शेरा खान ने इसमें काम करने के लिए कोई फीस भी नहीं ली। अन्य कलाकार हैं मालव भावसार (शर्विल मेहता), अदिति रावल (प्रिया माथुर) व मनीष मेहता (के के चाचा)। लघु फिल्म देखने के लिए कृपया नीचे फोटो पर क्लिक कीजिए।

हरीश चन्द्र सन्सी
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Short film ‘Aisa bhi hota hai’ is purposeful – Harish Chander Sansi
Link https://www.youtube.com/watch?v=9gJ7ydhyUWI&feature=youtu.be