- विशेष
प्रतिनिधि
हिंदी दिवस
पर एबीपी न्यूज ने नई दिल्ली में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें हिंदी के 10 चुनिंदा ब्लॉग लेखकों को
सम्मानित किया गया। हिंदी के विकास में इन ब्लॉग लेखकों के योगदान को रेखांकित
करने के लिए यह आयोजन किया गया। इस आयोजन में सुप्रसिद्ध पत्रकार प्रकाश
हिन्दुस्तानी के साथ ही 9 अन्य प्रमुख ब्लॉग लेखक सम्मानित किए गए। इस सम्मान के
लिए ब्लॉग लेखकों का चयन एबीपी न्यूज के चार सदस्यीय निर्णायक मंडल ने किया था।
सम्मान समारोह में निर्णायक मंडल गीतकार प्रसून जोशी,
कवि कुमार विश्वास, मीडिया विशेषज्ञ सुधीश पचौरी और रेडियो के प्रस्तुतकर्ता
नीलेश मिश्र मौजूद थे। इस अवसर पर हिंदी जगत के अनेक विख्यात साहित्यकार और लब्ध
प्रतिष्ठित पत्रकार मौजूद थे। सम्मानित होने वालों में पांच ब्लॉग लेखक दिल्ली के
है और एक अनिवासी भारतीय है।

एबीपी न्यूज़ ने अपनी
साईट पर लागइन करके लोगों को अपने अपने ब्लॉग से संबंधित
सूचनाएं देने के लिए कहा था। एबीपी न्यूज़ के चार सदस्यीय निर्णायकमंडल
ने सूचित किए गए ब्लॉगों में से बेहतरीन
हिंदी ब्लॉगरों का चयन करना था। निर्णायक मंडल के सदस्य थे डा. कुमार विश्वास
(लोकप्रिय युवा कवि), नीलेश मिश्र (रेडियो
पर जाना-पहचाना नाम), प्रसून जोशी (बॉलीवुड
के लेखक), सुधीश पचौरी (मीडिया विश्लेषक)।
इनके निर्णय के अनुसार रविवार को नई दिल्ली में 10 ब्लॉगरों का सम्मान किया गया।

इस जगमगाते हिंदी उत्सव में अलवर के शशांक द्विवेदी (विज्ञान
के विषय पर लेखन), इंदौर के प्रकाश हिंदुस्तानी (समसामायिक विषयों पर ब्लॉग), दिल्ली
के पंकज चतुर्वेदी (पर्यावरण विषय पर लेखन), प्रभात रंजन (हिंदी साहित्य और समाज पर लेखन), दिल्ली की फिरदौस खान (साहित्य के विषयों पर
लेखन), मुकेश तिवारी (राजनीतिक मुद्दों पर लेखन), रचना (महिलाओं के मुद्दों पर लेखन), फतेहपुर, उ.प्र. के प्रवीण त्रिवेदी (स्कूली शिक्षा और
बच्चों के मुद्दों पर ब्लॉग), मुंबई के अजय ब्रह्मात्मज (सिनेमा, लाइफ स्टाइल पर लेखन) और लंदन की शिखा
वार्ष्णेय (महिला और घरेलू विषयों पर लेखन) को सम्मानित किया गया।
इस हिंदी उत्सव
कार्यक्रम का संचालन एबीपी न्यूज़ की कार्यकारी संपादक संगीता तिवारी ने किया। डा.
कुमार विश्वास (लोकप्रिय युवा कवि), नीलेश मिश्र (रेडियो
पर जाना-पहचाना नाम), प्रसून जोशी (बॉलीवुड
के लेखक), सुधीश पचौरी (मीडिया
विश्लेषक) ने अपने विचार रखे।
उल्लेखनीय है कि देश की आजादी के दो साल बाद 14 सितंबर 1949 को हिंदी को राजभाषा
का दर्जा मिला था। इसीलिए इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
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