हरियाणा व महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी को मिलेगा बहुमत
- हरीश चन्द्र सन्सी
इस सोमवार को हुए मतदान के बाद लगता है कि भाजपा दोनों
राज्यों में सरकार बनाएगी। भाजपा स्पष्ट
बहुमत प्राप्त कर लेगी। स्पष्ट दिख रहा है कि जहाँ भाजपा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व
में अपनी सीटें बढ़ा सकती है वहीं आंतरिक लड़ाई से कमजोर होता जा रहा विपक्ष अपने
अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है।
अपने सूत्रों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर आकलन है कि भारतीय जनता पार्टी को हरियाणा में 51-54 स्थानों पर
विजय प्राप्त होगी। वहीं महाराष्ट्र में भाजपा तथा सहयोगी दलों को 191-203 स्थानों
पर विजय मिलेगी।
दूसरी और कांग्रेस की हालत इस बार भी पतली दिखाई दे रही
है। अशोक तंवर के त्यागपत्र से कांग्रेस की आंतरिक लड़ाई खुलकर सामने आ गयी
थी। भूपेंद्र हुड्डा की कड़ी मेहनत से उसको 21-23 स्थानों पर विजय मिल सकती है। इस प्रकार उसे
पिछले चुनाव की तुलना में 6 से 8 स्थानों का
लाभ हो सकता है। पिछली बार 19 स्थानों पर विजय पाने वाले इनेलो (इंडियन
नेशनल लोकदल) को विभाजन के
कारण अपने अस्तित्व को बचाने का संकट भी झेलना पढ़ रहा है। दुष्यंत चौटाला की जजपा 9 से 11 सीटें ले
सकती है। उधर कुलदीप बिश्नोई के सामने भी अपना पारिवारिक गढ़ बचाने की चुनौती खड़ी
है। इन्हें मिलाकर अन्य दलों को 13 से 18 स्थानों पर विजय मिल पाएगी।
महाराष्ट्र में इस बार भाजपा तथा सहयोगी शिवसेना में
समय पर सम्झौता हो जाने के कारण महायुति की स्थिति काफी सुदृढ़ हुई है। इससे कांग्रेस
ओर एनसीपी को कम स्थानो पर संतोष करना होगा। उन्हें 71 से 75 तक स्थान मिलने की
संभावना है। अन्य दलों को 12 से 18 तक स्थान मिल सकते हैं।
ऐसी संभावना है कि लोकसभा की 2 सीटों के उपचुनाव (बिहार की समस्तीपुर और
महाराष्ट्र की सतारा सीट) में भी भाजपा+ को ही विजय प्राप्त होगी। हाँ 17 राज्यों और एक
केंद्रशासित प्रदेश की 51 विधानसभा
सीटों के उपचुनाव के विविध परिणाम आएंगे।
राज्य वार व दलगत स्थिति इस
प्रकार रहने की संभवाना है –
राज्य
|
कुल सीटें
|
भाजपा +
|
कांग्रेस +
|
अन्य
|
|
महाराष्ट्र
|
288
|
191-203
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71-75
|
12-18
|
|
हरियाणा
|
90
|
51-54
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21-23
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13-18
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इनेलो, जजपा आदि
|
