भारतीय जनता पार्टी की होगी भारी जीत
- हरीश चन्द्र सन्सी
इस रविवार को आए मतदान बाद सर्वेक्षणों (एग्जिट पोल) से लोकसभा चुनावों में एक बार फिर से नरेंद्र मोदी सरकार की स्पष्ट जीत नजर आ रही है। अलग अलग चैनलों द्वारा 21 मई को
दिखाए गए सर्वेक्षणों में मिली बढ़त से जहाँ भारतीय जनता पार्टी उत्साहित है वहीँ कांग्रेस
सहित सभी विपक्षी दलों में निराशा भरी ख़ामोशी का वातावरण है। यद्यपि ये दल इन
सर्वेक्षणों को सिरे से ही नकार रहे हैं वहीँ अन्य वर्गों से भी मिली जुली
प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
अपने सूत्रों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर आकलन है कि भारतीय जनता पार्टी को 319 स्थानों पर
विजय के साथ स्पष्ट बहुमत प्राप्त होगा। भाजपा को अपने सहयोगी दलों के साथ 367 स्थानों पर विजय मिल सकती है। दूसरी और कांग्रेस की हालत इस बार भी काफी
पतली दिखाई दे रही है। उसको पचासेक स्थानों पर विजय मिल सकती है तथा सहयोगी दलों
के साथ उसको 81 स्थानों पर विजय मिल सकती है। वाम मोर्चा इस
बार मात्र एक अंक तक ही सिमट जाए तो कोई आश्चर्य न होगा। प. बंगाल में भाजपा व तृण
मूल कांग्रेस में कड़ी टक्कर होने के कारण वाम मोर्चा को वहां कोई सीट मिल भी पाएगी
इसकी कोई संभावना दिखाई नहीं देती। त्रिपुरा में तो वाम मोर्चा पहले ही बुरी तरह
से हार चुका है। हाँ उसको केरल में ही 2-3 सीटें मिलने की
संभावना है।
अन्य दलों को 91 स्थान प्राप्त हो सकते हैं। इनमें
डीएमके का प्रदर्शन कुछ सुधर सकता है और उसकी सीटों की संख्या तीस तक पहुंच सकती
है। उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा को इस बार भी धक्का लगने की संभावना है। इन
दोनों दलों को बड़ी मुश्किल से एक अंक में ही सीटें मिल सकती हैं। सबसे खराब
प्रदर्शन आम आदमी पार्टी का रहेगा। इस बार भी उन्हें दिल्ली से तो क्या पंजाब से
भी कोई सीट मिलती नजर नहीं आती। अरविंद केजरीवाल ने तो पहले से ही कांग्रेस को दोष
देने के साथ साथ ईवीएम के साथ छेड़छाड़ का राग अलापना शुरू कर दिया है। आरएसपी के उपेन्द्र
कुशवाहा ने तो भरी खून खराबे की धमकी तक दे डाली है।
अपनी और अपने तीसरे मोर्चे की अवश्यंभावी
पराजय को देखते हुए टीडीपी प्रमुख चंद्राबाबू ने तो सभी दलों को लामबंद करना भी
आरंभ कर दिया है।
लगता है भाजपा ने तीन प्रदेशों की
हार से बड़ा सबक सीखा है। भाजपा को उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान
आदि में कुछ सीटें यदि गंवानी भी पड़ी तो उसको इनकी भरपाई ओडिसा, प. बंगाल, कर्नाटक,
बिहार, उत्तर पूर्वी भारत से हो जाएगी। एक ओर जहां नरेंद्र मोदी एक ही सीट से
चुनाव लड़ रहे हैं वहीं राहुल गांधी अमेठी के साथ-साथ केरल के वायनाड से भी चुनाव
लड रहे हैं। इस बार दो स्थानों से चुनाव लडना स्पष्टतया राहुल के आत्मविश्वास की
कमी को दर्शाता है। अमेठी में स्मृति ईरानी ने
बहुत काम किया है।
कोई बाश्चर्य नहीं होगा यदि कांटे की टक्कर में पह चुनाव जीत ही जाए।
इस बार सबसे निराश तो शत्रुघ्न
सिन्हा और कन्हैया कुमार होंगे जो अपने आप को विजयी मान कर चल रहे हैं। पटना साहिब
में रविशंकर प्रसाद का पलड़ा शत्रुघ्न सिन्हा के मुकाबले भारी है। बेगुसराय में गिरिराज
सिंह का मुकाबला राजद के तनवीर हसन से है जबकि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रत्याशी कन्हैया कुमार तो तीसरे
क्रम में आते दिख रहे हैं।
लोकसभा के साथ हुए विधानसभा के
चुनावों में की बात करें तो अरुणाचज प्रदेश में बीजेपी को बहुमत मिलेगा तो ओडिसा
में नवीन पटनायक की वापसी होगी। परंतु इस बार चंद्राबाबू मुख्यमंत्री बनते नहीं
दिखते। उधर सिक्किम में इस बार कांटे की टक्कर की संभावना है।
राज्य वार व दलगत स्थिति इस
प्रकार रहने की संभवाना है –
लोकसभा
|
राज्य
|
कुल सीटें
|
भाजपा+
|
कांग्रेस+
|
वाम मोर्चा
|
अन्य
|
|
अरुणाचल प्रदेश
|
2
|
2
|
|
|
|
|
असम
|
14
|
12
|
1
|
|
1
|
|
आंध्र प्रदेश
|
25
|
1
|
|
|
24
|
वाईएसआर-23, टीडीपी-1
|
तेलंगाना
|
17
|
3
|
1
|
|
13
|
|
ओडिशा
|
21
|
11
|
|
|
10
|
|
उत्तर प्रदेश
|
80
|
63
|
1
|
|
16
|
एसपी-7, बीएसपी-8, आरएलडी-1
|
उत्तराखंड
|
5
|
5
|
|
|
|
|
कर्नाटक
|
28
|
23
|
5
|
|
|
जनता दल
(एस)-1
|
केरल
|
20
|
1
|
16
|
3
|
|
|
गुजरात
|
26
|
26
|
|
|
|
|
गोवा
|
2
|
2
|
|
|
|
|
छत्तीसगढ़
|
11
|
10
|
1
|
|
|
|
जम्मू
काश्मीर
|
6
|
3
|
1
|
|
2
|
एनसी/पीडीपी-2
|
झारखंड
|
14
|
12
|
2
|
|
|
|
तमिलनाडु
|
39
|
6
|
32
|
|
|
डीएमके-29, एक सीट का चुनाव निरस्त
|
त्रिपुरा
|
2
|
2
|
|
|
|
|
नगालैंड
|
1
|
|
1
|
|
|
|
पंजाब
|
13
|
4
|
8
|
|
1
|
आ.आ.पा.-1
|
पश्चिम बंगाल
|
42
|
21
|
1
|
|
20
|
|
बिहार
|
40
|
38
|
2
|
|
|
|
मणिपुर
|
2
|
1
|
|
|
1
|
|
मध्य प्रदेश
|
29
|
28
|
1
|
|
|
|
महाराष्ट्र
|
48
|
43
|
5
|
|
|
|
मिजोरम
|
1
|
|
|
|
1
|
|
मेघालय
|
2
|
|
1
|
|
1
|
|
राजस्थान
|
25
|
25
|
0
|
|
|
|
सिक्किम
|
1
|
|
|
|
1
|
|
हरियाणा
|
10
|
10
|
|
|
|
|
हिमाचल प्रदेश
|
4
|
4
|
|
|
|
|
अंडेमान निकोबार
|
1
|
1
|
|
|
|
|
चंडीगढ़
|
1
|
1
|
|
|
|
|
दमन दीव
|
1
|
1
|
|
|
|
|
दादरा नगर हवेली
|
1
|
1
|
|
|
|
|
दिल्ली
|
7
|
7
|
|
|
|
|
पुद्दुचेरी
|
1
|
|
1
|
|
|
|
लक्ष द्वीप
|
1
|
|
1
|
|
|
|
योग
|
543
|
367
|
81
|
3
|
91
|
|
|
विधानसभा
|
राज्य
|
कुल सीटें
|
भाजपा+
|
कांग्रेस+
|
वाम मोर्चा
|
अन्य
|
|
अरुणाचल प्रदेश
|
60
|
42
|
10
|
|
8
|
एनपीपी-3
|
आंध्र प्रदेश
|
175
|
2
|
2
|
|
171
|
वाईएसआर-140, टीडीपी-29, जसेपा-2
|
ओडिशा
|
147
|
29
|
11
|
1
|
106
|
बीजेडी-89
|
सिक्किम
|
32
|
|
|
|
32
|
एसकेएम-14, एसडीएफ-18
|

- हरीश
चन्द्र सन्सी
***


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