अनु पेशावरिया,
किरण बेदी की छोटी बहन हैं और आजकल फ्रेमोंट (केलिफोर्निया) में स्थित एटोर्नी
कंपनी प्रमुख है. चोटी की नामी टेनिस खिलाड़ी रही अनु विंबलडन सहित अनेक
प्रतियोगितायों में भाग ले चुकी हैं. भारत और अमेरिका में सामाजिक कार्यों के लिए विख्यात
अनु को विभिन्न संस्थायों से समाजसेवा के लिए अनेक पुरस्कार और सम्मान मिल चुके
हैं इनमें से कुछ उल्लेखनीय हैं -
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Hind Rattan Award
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Outstanding Community
Leadership Award, 2005
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Alien of Extraordinary
Ability, 2000
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Political Watch Award, 1997 -
98
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Bharat Nirman Award, 1990
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Kanishka Award, 1990
विगत वह
दिनों भारत में ही थीं. अनु की पुस्तक ‘द इमीग्रेंट्स ड्रीम’ (Immigrant’s Dream) का विमोचन
केंद्रीय मंत्री वायलर रवि ने किया था. इसी पुस्तक का चंडीगढ़ में विमोचन पंजाब के
मुख्या मंत्री सरदार प्रकाश सिंह बादल ने किया था. भारतीय पुरुषों के साथ शादी
करने वाली भारतीय या एशियाई मूल की महिलाओं के प्रति अनु ने चिंता प्रकट की है और अपनी पुस्तक में ऐसी महिलाओं के
दुख-दर्द की कहानी का विस्तार
से वर्णन किया है.
अनु ने बताया है कि विगत अनेक वर्षों से वह देख
रही हैं कि अमेरिका में प्रवासी
भारतीयों के साथ शादी करने वाली भारतीय महिलाएं
काफी शोषित हो रही हैं. ऐसी महिलाएं मुझसे मिलती रहती हैं. उन्हें शादी के नाम पर केवल
धोखा ही मिला है. वह समय- समय पर ऐसी परित्यक्ता महिलाओं से मिलती रही हैं और
यथासंभव ऐसी महिलाओं की सहायता भी करती हैं.
इस पुस्तक के माध्यम से वह जनसाधारण को भी जागरूक करने
का प्रयास कर रही हैं. अनु का कहना हैं कि प्रवासी भारतीय पुरुषों के साथ रिश्ता
जोडने से पहले अभिभावकों को उनके बारे में पूरी छानबीन कर लेनी चाहिए. वे अपनी बेटियों का विवाह अप्रवासी दूल्हों से करने में
जल्दबाजी न करें तथा अमेरिकी डॉलर के लालच में कदापि न आएं.

अनु
पेशावरिया अपनी बहन किरण बेदी के साथ झंडारोहण करते हुए.