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हरियाणा व महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी+ को मिलेगा बहुमत
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पुस्तक चर्चा : ‘लव जिहाद ...एक चिड़िया’ - राम पुजारी
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गोटेदार लहंगा - संजय भारद्वाज
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भारतीय जनता पार्टी की होगी भारी जीत
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गोटेदार लहंगा - संजय भारद्वाज
दोनों बेटियाँ अपने-अपने ससुराल की हो चलीं। बेटे ने अपनी शादी में ज़िद कर बहू के लिए जरीवाला लहंगा बनवा लिया।
वेद प्रकाश काम्बोज के उपन्यासों का विमोचन
आबिद रिजवी ने नम आँखों के साथ कहा “ऐसा कार्यक्रम पहले कभी नहीं हुआ जिनमें इतने नामी लेखकों ने एक साथ भाग लिया हो!
जिंदगी को जिंदगी से छीनना था - श्याम सखा ‘श्याम’
श्याम सखा ‘श्याम’ की गज़ल - जिंदगी को जिंदगी से छीनना था, मौत का कैसा हसीं ये हौसला था
डा. राही मासूम रज़ा : शोर शराबे में लिखने वाले लेखक – सूरज प्रकाश
लेखकों के किस्सेक – सूरज प्रकाश की कलम से
ठेल बेटा ठेल - सूरज प्रकाश
मत देख कि मैसेज में क्याख है, कहां से आया है, इसे किसने भेजा है, और क्यों भेजा है। तू तो बस इसे ठेल। मत देख कि ये किसके पास जा रहा है, क्योंा जा रहा है, तेरे किस काम का था और किसके किस काम का है। याद रख, तुझे मैसेज ठेलने वाले ने भी ये नहीं देखा कि कहां से आया, उसमें क्याa था
किरावली में इमरजेंसी लैंडिंग - आलोक पुराणिक
मेरा सारा सामान मेरी निगाहों के सामने होना चाहिए। मैं ट्रेन में भी ऐसी सफर करता हूं। मुझे तब तक चैन नहीं पड़ता, जब तक मैं सारा सामान अपनी आंखों के सामने नहीं देख लूं
कैसे मिलती थी शराब अहमदाबाद में : व्यंग्य - सूरज प्रकाश
उसने बताया था कि वह कई बार आधी रात को आ कर सप्लाई लेता है और बोतलें खोखे के पीछे जमीन में गाड़ कर देता है। आधी बोतल खोदने के बजाये पूरी हाथ में आ गयी तो वही सही।
हमें साहित्य के वातावरण को अपने भीतर से बदलना होगा – चित्रा मुद्गल
तेजेन्द्र शर्मा का कहना था कि इन्दु शर्मा कथा सम्मान’ कभी भी किसी कमज़ोर रचना को नहीं दिया गया है। यहां रचना महत्वपूर्ण होती है ना कि लेखक का कद
अमृत वृद्धाश्रम – विजयकुमार
लड़की के चेहरे पर गुस्से से भरी चुप्पी थी और बूढी अम्मा के चेहरे पर एक खालीपन की चुप्पी थी। मैं इस चुप्पी को पहचानता था। ये दुनिया की सबसे भयानक चुप्पी होती है। खालीपन का अहसास, सब कुछ होते हुए भी डरावना होता है और अंततः यही अहसास इंसान को मार देता है
रावण होने की व्यवहारिक दिक्कतें – नीरज बधवार
एक साथ दस सिर की फोटो न खिंचवा पाने के कारण रावण का कभी आधार कार्ड नहीं बन पाता। वो फेसबुक पर मेघनाद और कुंभकर्ण की फोटूएं देख-देखकर कुढ़ता रहता मगर खुद कभी सेल्फी नहीं ले पाता
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